कुबेर मंत्र: अर्थ, महत्व और लाभ धन-संपत्ति को

 

कुबेर मंत्र: अर्थ, महत्व और लाभ






हिंदू संस्कृति में धन-संपत्ति को पवित्र माना जाता है। इसे पृथ्वी पर जीवन की निरंतरता और संरक्षण के लिए आवश्यक माना जाता है। हिंदू देवता शान से वास करते हैं और अपने सभी सुखों का आनंद लेते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार, धन गलत गतिविधियों के बजाय मानव जाति की अच्छाई और विकास का प्रतिनिधित्व करने के लिए है। देवी लक्ष्मी सभी हिंदुओं द्वारा समृद्धि, भाग्य और धन की देवी के रूप में पूजनीय हैं। हिंदू परंपरा में, कुबेर को धन के देवता के रूप में जाना जाता है। हम सभी जानते हैं कि इस ग्रह पर एक सभ्य और सुखद अस्तित्व की नींव के लिए धन आवश्यक है। आपको बता दें कि आपका बढ़ता हुआ धन, आपके पिछले अच्छे कर्मों का उत्पाद है। यही कारण है कि कुछ व्यक्ति धनी होते हैं जबकि कुछ लोग दरिद्र होते हैं। हमारे जीवन में धन की बहुत उपयोगिता होती है। यदि कोई वित्तीय समस्या से गुजर रहा होता है, तो उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

भगवान कुबेर को "देवताओं के कोषाध्यक्ष" और "यक्ष के राजा" के रूप में जाना जाता है। वह धन, सफलता और महिमा का मूल रूप हैं। भगवान कुबेर न केवल ब्रह्मांड के सभी धन को साझा करते हैं, बल्कि धन को संरक्षित और सुरक्षित भी करते हैं। नतीजतन, भगवान कुबेर को धन रक्षक के रूप में भी जाना जाता है। कुबेर भगवान ब्रह्मा के वंश के वंशज हैं। वह विश्रवा और इलविदा के पुत्र हैं। कौबेरी को मिलाकर उनकी चार संतान हैं (जिन्हें यक्षी, भद्र और चारवी के नाम से जाना जाता है)। गोल-मटोल रूप के कारण लोग दुनिया के धन रक्षक का मजाक उड़ाते थे। कुबेर ने व्याकुल होकर अपनी इस समस्या का समाधान पाने हेतु भगवान शिव को संतुष्ट करने के लिए उनकी अत्यधिक भक्ति की।

भगवान शिव उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर उनके समक्ष प्रकट हुए तथा उन्हें सभी धन के रक्षक बनने का आशीर्वाद दिया। इसके बाद से सभी लोग कुबेर की पूजा करने लगे। संस्कृत में 'कुबेर' का अर्थ खराब आकार या गलत आकार का है। नाम के अर्थ के अनुसार, भगवान कुबेर को मोटा और छोटा शरीर वाला दिखाया गया है। उनका रंग कमल के पत्तों के समान है और उनके शरीर के आकार में विभिन्न असामान्यताएं हैं। उनके तीन पैर हैं, सिर्फ आठ दांत और एक पीली आंख है। भगवान कुबेर, सबसे अमीर देवता, भारी आभूषणों से अलंकृत हैं और सोने के पैसे से भरा एक जार या बोरी अपने पास रखते हैं।

उन्हें पुष्पक (उड़ता रथ) से यात्रा करने में आनंद आता है, जो भगवान ब्रह्मा ने उन्हें दिया था। इसके अलावा, कुछ लेखों में भगवान कुबेर को हाथ में गदा, अनार या खजाने की बोरी पकड़े हुए दिखाया गया है। नेवला अक्सर उनके साथ जुड़ा रहता है, और कुछ जगहों पर हाथी को उनके साथ जोड़ा जाता है। हिंदू धन के देवता के रूप में भगवान कुबेर का सम्मान किया जाता है। उन्हें कुबेरा, कुवेरा, कुबेरन और धनपति के नाम से भी जाना जाता है।

हिंदू धर्म, जैन धर्म और बौद्ध धर्म सभी उन्हें धन का देवता मानते हैं। कुबेर क्षमाशील भगवान हैं।

कुबेर मंत्र: वे कैसे मदद करते हैं 

अगर आप इच्छित चीजें पाने की आकांक्षा रखते हैं, भौतिकवादी सामान पाने की चाह रखते हैं तो आपको सिर्फ इतना करना है कि कुबेर मंत्र का पूरे मन से जप करना है। यह मंत्र ना सिर्फ आपको भौतिक खुशी प्रदान करेगा बल्कि जीवन में शांति भी लाएगा। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, कुबेर मंत्र का तीन महीने तक रोजाना 108 बार जाप करना भगवान कुबेर को संतुष्ट करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका है।

मन्त्र, वे सटीक स्पंदन होते हैं जो अपने आप पर किए जाते हैं ताकि विशेष प्रभाव उत्पन्न करने के लिए ब्रह्मांडीय स्पंदनों संग भौतिक-मानसिक शरीरों के कंपन के साथ तालमेल बिठाया जा सके। सही ध्वनि से जुड़ना और सही मंत्र के साथ तालमेल बिठाना किसी के पूरे अस्तित्व को बदल सकता है।

भारतीय ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में अशुभ प्रभाव के कारण धन की परेशानी है, उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार करने के लिए इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। कुबेर, धन के हिंदू भगवान हैं। आय के प्रवाह को बढ़ाने के लिए उनकी स्तुति की जती है और उनके मंत्र का जाप किया जाता है। इससे भाग्य बेहतर होता है। इसके साथ ही यह मंत्र आपके जीवन में धन के आगमन में वृद्धि करता है, जीवन से बुराईयों को दूर करता है। साथ ही आपको स्वस्थ, समृद्ध और सफल बनाता है। इसे "उतना" शक्तिशाली माना जाता है।

कुबेर मंत्र का जाप कैसे करें 

सुबह स्नान करने के बाद भगवान कुबरे की मूर्ति के सामने बैठकर कुबेर मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करते हुए भगवान कुबेर के समक्ष कमल फूल को अर्पित कर सकते हैं। अगर आप इस मंत्र का संपूर्ण फल प्राप्त करना चाहते हैं, तो पूरे श्रद्धा भाव से इस मंत्र का जाप करें।

भगवान कुबेर को संतुष्ट करने के लिए आपको मंत्र को सही उच्चारण के साथ जप करना चाहिए। साथ ही मंत्र का जप करते समय मन में बुरे इरादे नहीं होने चाहिए। शुद्ध मन से कुबेर मंत्र काप करना और उनके प्रति पूर्ण विश्वास रखना आवश्यक है। मंत्र का अधिकाधिक लाभ उठाने के लिए मंत्र जप करने से पूर्व इसका अर्थ समझना होगा। हिंदू परंपरा के अनुसार, इस मंत्र का जाप भक्ति के साथ करने से व्यक्ति के जीवन में धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं।

  • जल्द से जल्द लाभ प्राप्त करने के लिए कुबेर मंत्रों को 108 बार जप करें। इस चक्र को 21 दिनों तक दोहराया जा सकता है।
  • मंत्र जाप करने के लिए आप जप माला का उपयोग कर सकते हैं।
  • भगवान कुबेर की पूजा करते समय आप कमल के फूल का उपयोग कर सकते हैं।
  • मंत्रों का जाप पूरी निष्ठा के साथ करें।

महत्वपूर्ण कुबेर मंत्र

1. कुबेर धन प्राप्ति मंत्र

यदि आप अपने जीवन में समृद्धि को आकर्षित करना चाहते हैं, तो नियम अनुसार इस मंत्र का जप करें। इसके लिए सर्व प्रथम ध्यान मुद्रा में बैठें। इसके बाद श्रद्धा भाव से मंत्र का उच्चारण करें। निस्संदेह आपकी वित्तीय स्थिति में सुधार होने लगेगा। इस मंत्र का उच्चारण करते समय मन में कल्पना करें कि आप अपनी इच्छा अनुसार धन प्राप्त कर रहे हैं। इसे उदाहरण से समझें। यदि आप घर खरीदना चाहते हैं तो कुबर मंत्र का जप करते हुए मन में अपने घर की कल्पना करें या अच्छा भोजन करना चाहते हैं तो मन में शानदार व्यंजनों का आनंद लें। इसी तरह यदि आप निजी व्यवसाय करते हैं और किसी ग्राहक को अपपना उत्पाद बेचना चाहते हैं, तो मन में सोचें कि ग्राहक आपके उत्पाद की गुणवत्ता से बेहद खुश है, आपका सारा माल खरीदना चाहता है। कुल मिलाकर कहने की बात यह है कुबेर मंत्र का जप करते हुए, आप जो चाहते हैं, वैसा अपने मन में होने की कल्पना करें।

कुबेर धन प्राप्ति मंत्र है:

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

अर्थ- समृद्धि और वैभव के दाता, सभी बुराईयों के नाशक भगवान कुबेर, मैं आपको नमन करता हूं।

कुबेर धन प्राप्ति मंत्र के जाप के लाभ
  • यदि पूर्ण विश्वास के साथ कुबेर मंत्र का जप किया जाए, तो जातक धन हानि से बच सकता है और व्यवसाय में केवल लाभ होना सुनिश्चित होता है।
  • साफ मन से इस मंत्र का जाप करने से आय के नए रास्ते, धन के नए स्रोत आकर्षित होते हैं। साथ ही भाग्य भी खुलता है।
  • भगवान कुबेर की पूजा करने और नियमित रूप से उनके मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को किसी चीज की कमी नहीं होती और भाग्य भी बेहतर होता है।
  • यह मंत्र आत्मविश्वास बढ़ाता है और सामाजिक प्रतिष्ठा भी प्रदान करता है।
  • यदि आप समर्पण भाव के साथ मंत्र जाप करते हैं तो भगवान कुबेर आपके अनुरोध को स्वीकार करते हैं।
कुबेर धन प्राप्ति मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समयसुबह-सुबह
इस मंत्र का जाप करने की संख्या108 बार
कुबेर धन प्राप्ति मंत्र का जाप कौन कर सकता है?कोई भी
किस ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करेंभगवान कुबेर की मूर्ति या तस्वीर के सामने

2. श्री कुबेर मंत्र

यह मंत्र आपके और आपके प्रियजनों के जीवन में खुशहाली-समृद्धि लाता है। समर्पण भाव के साथ मंत्र का उच्चारण करने से भगवान कुबेर आपके अनुरोध को स्वीकार करते हैं और आपकी मनोकामना को पूर्ण करते हैं। साथ ही यह मंत्र आपके आत्मविश्वास को बढ़ाता है और आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को बेहतर करने में मदद करता है। इसके अलावा, अगर मंत्र को दृढ़ संकल्प और अच्छे इरादों के साथ उच्चारित किया जाए, तो यह आपके और आपके परिजनों के जीवन में सकारात्मकता लाता है। जिन लोगों को एकाएक आर्थिक नुसान उठाना पड़े, उन्हें इस मंत्र को पूरे मन से जाप करना चाहिए। इससे चमत्कारिक परिणाम देखने को मिलते हैं।

कुबेर मंत्र है:

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये

धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

अर्थ- मैं विश्व के समस्त धन के रक्षक और समृद्धि के स्वामी भगवान कुबेर को नमन करता हूं।

श्री कुबेर मंत्र के जाप के लाभ 
  • यह मंत्र आपके और आपके प्रियजनों के जीवन में सफलता, खुशहाली लाने के लिए उपयोगी है।
  • कुबेर मंत्र का जाप भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है, जिससे वह जातक को समृद्धि और सफलता प्रदान करते हैं।
  • संकट की घड़ी में यदि आपको धन की आवश्यकता होती है, तो कुबेर मंत्र का जाप करें। इससे धन प्राप्ति की संभावना बढ़ जाती है।
  • इस मंत्र का जाप करने से आपकी सही निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है। नतीजतन निवेश करते समय आप सतर्क रहते हैं और सही निर्णय लेते हैं जिससे धन प्राप्ति होती है।
  • जिन लोगों को अचानक आर्थिक नुकसान हुआ हो, उन्हें इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा।
श्री कुबेर मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समयसुबह-सुबह
इस मंत्र का जाप करने की संख्या108 बार
श्री कुबेर मंत्र का जाप कौन कर सकता है?कोई भी
किस ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करेंउत्तर दिशा की ओर

3. कुबेर अष्ट-लक्ष्मी मंत्र 

यह मंत्र कार्य में सफलता प्राप्त करने में आपकी सहायता करेगा। यदि आप दृढ़ विश्वास के साथ इस मंत्र का जाप करते हैं, तो भगवान कुबेर आपके जीवन में किसी भी बाधा को दूर करने और आपकी व्यावसायिक सफलता सुनिश्चित करने में आपकी सहायता करेंगे। उनके आशीर्वाद से आप एक समृद्ध जीवन जी सकते हैं। इस मंत्र के माध्यम से आप देवी लक्ष्मी से अच्छे जीवन का आशीर्वाद मांग रहे हैं। एक बार जब आप इस मंत्र को पूरे श्रद्धा भाव के साथ उच्चारित करना शुरू करते हैं, तो भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करने का आश्वासन देती हैं।

कुबेर अष्ट-लक्ष्मी है:

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः ||

अर्थ- मैं भगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी से दुनिया की सारी संपत्ति और समृद्धि प्रदान करने के लिए कहता हूं।

कुबेर अष्ट लक्ष्मी मंत्र के जाप के लाभ
  • आप इस मंत्र के माध्यम से भगवान कुबेर से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांग रहे हैं।
  • कहा जाता है कि भगवान कुबेर उन लोगों को बेहतरीन लाभ प्रदान करते हैं, जो उनकी पूजा देवी लक्ष्मी के साथ करते हैं।
  • इस मंत्र का जाप करने से परिवार में धन में वृद्धि होती है। घर में सभी तरह के सुख-सुविधा और विलासितापूर्ण संसाधन मौजूद होते हैं। इसके बावजूद व्यक्ति के पास कभी पैसों की कमी नहीं होती।
  • जो व्यक्ति सफलता दर सफलता प्राप्त करता है, उसे हमेशा जमीन से जुड़े रहना चाहिए। अर्थात उसे कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए। भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी को ऐसे लोग जरा भी पसंद नहीं होते हैं, जो अपनी उपलब्धियों पर अभिमान जताते हैं।
  • इस मंत्र को विश्वास के साथ जप करने से यश और धन की प्राप्ति होती है। साथ ही पैसा भी सुरक्षित रहता है।
कुबेर अष्ट लक्ष्मी मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समयसुबह-सुबह
इस मंत्र का जाप करने की संख्या108 बार
कुबेर अष्ट लक्ष्मी मंत्र का जाप कौन कर सकता है?कोई भी
किस ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करेंभगवान कुबेर और देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सामने

4. कुबेर गायत्री मंत्र

गायत्री मंत्र में महारत हासिल करने के बाद इस मंत्र का उपयोग भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए किया जा सकता है। इस मंत्र की मदद से भगवान कुबेर आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में आपकी मदद करेंगे। ध्यान रखें कि वह आपको आपके कर्म के अनुसार फल देते हैं यानी आपकी प्रगति आप पर ही निर्भर करती है। यदि धन-संपत्ति अर्जित करने के बाद आपमें घमंड या लालच आ जाता है, आप अहंकारी और धोखेबाज हो जाते हैं, तो भगवान कुबरे क्षणभर में आपके जीवन से सब कुछ छीन लेते हैं। अमीर होना एक बात है; लेकिन अमीर होने के बावजूद हमेशा साधारण जीवन व्यतीत करना अलग बात। आपका धनवान और विनम्र स्वभाव ही वास्तव में आपको बेहतर इंसान होने की संज्ञा देता है और आपको भगवान कुबेर का अनुयायी भी बनाता है। यह मंत्र आपको वित्तीय और व्यक्तिगत दोनों लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करता है।

कुबेर गायत्री मंत्र है:

ॐ यक्षा राजाया विद्महे, वैशरावनाया धीमहि, तन्नो कुबेराह प्रचोदयात् ||

अर्थ- कुबेर, यक्षों के राजा और विश्रवन के पुत्र हम आपको नमन करते हैं। आप हमारे जीवन को प्रबुद्ध करो।

कुबेर गायत्री मंत्र के जाप के लाभ 
  • सच्चे मन से इस मंत्र का जाप करने से आय के नए स्त्रोत खुलते हैं, भाग्य उज्जवल होता है। साथ ही सुख-समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है।
  • भगवान कुबेर की पूजा करने और नियमित रूप से उनके मंत्र का जप करने से व्यक्ति के धन और भाग्य में सकारात्मक परिवर्तन होता है।
  • यह मंत्र उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो निवेश करना चाहते हैं।
  • यह मंत्र आत्मसम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा को भी बढ़ाता है।
  • इस मंत्र के माध्यम से भगवान कुबेर प्रसन्न होते हैं और वे अपने भक्ताें की भलाई के लिए तुरंत कुछ न कुछ अवश्य करते हैं।
कुबेर गायत्री मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समयसुबह-सुबह
इस मंत्र का जाप करने की संख्या108 बार
कुबेर गायत्री मंत्र का जाप कौन कर सकता है?कोई भी
किस ओर मुख करके इस मंत्र का जाप करेंभगवान कुबेर की तस्वीर या मूर्ति के सामने

कुबेर मंत्र के जाप के समग्र लाभ

  • कुबेर मंत्र आपके धन में वृद्धि रकता है। इसके साथ ही आपकी सोच को विस्तृत कर सकता है, आपके स्वभाव को बेहतर बनाता है। यह आपके जीवन में अत्यधिक मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी लाता है।
  • यह ऋणों के त्वरित पुनर्भुगतान में सहायता करता है।
  • यह आपको बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है और आपको अधिक ज्ञान, एकाग्रता और व्यावसायिक समझ प्रदान कर सकता है।
  • यह आपको अंतर्दृष्टि प्रदान करता है ताकि आप बुद्धिमान वित्तीय चयन कर सकें और अपने होने वाले नुकसानों को रोक सकें।
  • यह आपको आध्यात्मिक मार्ग पर प्रभावी ढंग से चलने में सहायता करता है।
  • यह जातक को ईश्वर के करीब लाता है और उनके आध्यात्मिक बंधन को मजबूत करता है।
  • यह नकारात्मक सोच को आपके अंदर से बाहर निकालता है। साथ ही आपके द्वारा चाहा गया धन प्राप्त करने में आपकी सहायता करता है।
  • यह भावी पीढ़ियों की बुद्धि को भी तेज करता है, उन्हें अपने पूर्वजों की गाढ़ी कमाई को संभालने के लिए तैयार करता है।
  • यह धोखेबाज लोगों से आपकी संपत्ति की सुरक्षा में सहायता करता है।
  • इस मंत्र के जाप से कंपन पैदा होते हैं, जो बुद्धि, आत्मा और शरीर को जोड़ने में मदद करते हैं।

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